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Bhojpuria Lokraag: आँख ना ठहरे रूप के आगे | चंदन तिवारी | लोकराग | पुरबिया तान

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Bhojpuria Lokraag: मोतिया हेरा गइल | चंदन तिवारी | लोकराग | पुरबिया तान

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Bhojpuria | Melodious Traditional Bhojpuri Folk

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Bhojpuria Lokraag: बचपन के याद | चंदन तिवारी | मनोज भावुक | लोकराग | पुरबिया तान

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Bhojpuria Folk Dance: Gondau Naach

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Bhojpuria | भोजपुरिया | Launda Naach Party: Renowned Dancer Uday and his team

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भोजपुरी सम्मेलन: राज्य न रोटी

अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के 21वां सम्मेलन चार आ पांच नवम्बर के बिहार के सासाराम में सम्पन्न भइल. अच्छा लागल कि चलS चार गो भोजपुरिया भाई जुटलन आ समाज खातिर दुगो बढ़िया बात सोचलन. . . संविधान के आठवीं अनुसूची में भोजपुरी के शामिल करेके मुद्दा पर आंदोलन के बात भइल... विश्वविद्यालयन में भोजपुरी के पढ़ाई से संबंधित बात प भी विचार भइल. यही मंच से एगो बड़ा ही अपरिपक्व विचार के भी हवा देहल गइल. अलग भोजपुरी प्रदेश के मांग कइल गइल. अब इ त नइखे मालूम कि ई विचार केकरा दिमाग में पहिले आइल बाकि इतना त तय बा कि यह तरह के विचार देवे वाला लोगन के भोजपुरी प्रेम बड़ा सतही आ स्वार्थ प आधारित बा. नीक त नइखे लागत बाकि पूछे के मन करSता कि भोजपुरी राज्य लेके अइसन कौन जादू के छड़ी घूमा दी लो जेकरा से भोजपुरिया समाज के दु:ख दूर हो जाई. सीधा-सीधा ई राजनीतिक स्टंट बा... जेकरा झांसा में अइला से भोजपुरिया समाज के बचे के बा. अगर येह तरह के मांग करे वाला लोग सही मायने में भोजपुरी आ भोजपुरिया समाज के भला चाहता त भूख, अशिक्षा आ बेरोजगारी जइसन समस्या हल करें के दिशा में कौनो ठोस कदम उठावे लो. ई न कि भो...

भोजपुरी सम्मेलन: हम नहीं सुधरेंगे

अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन के मौके प सासाराम में अभिनेता आ भोजपुरी गायक मनोज तिवारी के मंहग कार के लोग शीशा तुड़ देलहस। रेलवे मैदान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के समय भीड़ बेकाबू हो गइल आ पंडाल के तहस-नहस कर देहलस. कुर्सी त लोग तुड़बे कइसल जेकरा भेटाइल उ कुर्सियो उठा ले गइल. जब स्थिति नियंत्रण से बाहर होखे लागल त मनोज तिवारी आपन कार्यक्रम स्थगित कर देहलन. कार्यक्रम के उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मीरा कुमार कइले रहनीं. शुरूआती में भोजपुरी के गीतन के मजगर माहौल बनल रहे बाकी भीड़ तब बेकाबू भइल जब 'हाथ में लेके पेप्सी कोला' अउर कुछ दोसर फूहड़ किसिम के गाना शुरू भइल. फूहड़ गाना शुरू होत मंत्री अ दोसर गणमान्य लोग ओजा से घसके लागल लो. जब वीवीआईपी घसक गइल लो पुलिसो सुस्त होके किनारे हो गइल. फेर का रहे... दारू के नशा में मताइल कुछ लोग मंच चढ़के हुड़्दंगई शुरू क देहल. फेर बिगड़ गइल माहौल. यही हुड़दंग में मनोज के कार के शीशा कुंचा गइल. अब लाख रुपिया के सवाल ई बा कि जौना आयोजन में देशभर के प्रबुद्ध (?) भोजपुरिया भोजपुरी के विकास आ सम्मान के बात करके खातिर जुटल रहल ह लो ओहिजा कलाकार से फूह...

भोजपुरी फिलिम ‘घर दुआर’

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ये घरी भोजपुरी फिल्मन के चहूंओर हरियरी बा. अइसन में एगो आउर फिल्म ‘घर दुआर’ ईहे शुक के मुम्बई में रिलीज भइल हS. अइसे बनारस अS गोरखपुर में इ फिलिम पहिलही रिलीज भ गइल रहे. बनारस के सिनेमाघर में लगातार पांच हप्ता तक चलके ‘घर दुआर’ के झंडा गड़ गइल बाS. गोरखपुर में भी एकर खुब चर्चा बा. इहां गौर करें वाला बात इ बा जहां बड़-बड़ बजट वाला बम्बईया फिलिम गिरत-ढिमिलाताS ओजा ‘घर दुआर’ के दुआर पS चकल्लस बा. ई फिलिम रिलीज के अपना तीसरका किश्त में मुम्बई चहुंपल बाS. एजा भोजपुरिया लोगन ज्यादा आबादी वाला इलाका के शालीमार थियेटर, कैपिटल सिनेमा, नवरंग थियेटर आउर भिवंडी के गॅलेक्सी सिनेमा में एक साथ ई फिलिम रिलीज भइल हS. चौथका किश्त में ‘घर दुआर’ बिहार के दुआरी जाई. पहिले भोजपुरी फिलिम दु–तीन गो प्रिंट के साथ रिलीज हो जात रहे बाकी अब मामला सुधरल बा आउर निर्माता लोग पांच से दस प्रिंट बना के फिल्म रिलीज करS तारSन. ई फिलिम के निर्माता-निर्देशक महेश पांडे मूलत: लेखक हउअन आउर टेलीविजन उद्योग में उनकर अच्छा-खासा नाम बा. उनकर खाता में ‘कहानी घर-घर की’, ‘कसौटी जिन्दगी की’ आउर ‘कुसुम’ जइसन हिट पारिवारिक सीरियल लिख...